Wednesday, December 27, 2023

अब न अगले वलवले हैं

अब न अगले वलवले हैं और न वो अरमाँ की भीड़,
सिर्फ़ मिट जाने की इक हसरत दिल-ए-'बिस्मिल' में है।

            -बिस्मिल अज़ीमाबादी

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