Tuesday, December 26, 2023

हज़ार बर्क़ गिरें

हज़ार बर्क़ गिरें लाख आँधियाँ उट्ठें,
वो फूल खिल के रहेंगे जो खिलने वाले हैं।

            -साहिर लुधियानवी

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