Saturday, December 23, 2023

उसूलों पर जहाँ

उसूलों पर जहाँ आँच आए, टकराना ज़रूरी है,
जो ज़िन्दा हो, तो फिर, ज़िन्दा नज़र आना ज़रूरी है। 

                    -वसीम  बरेलवी

No comments: