ग़ज़लों के चुनिंदा शेर
मैं किसान हूँ, मेरा हाल क्या, मैं तो आसमां की दया पे हूँ,
कभी मौसमों ने हँसा दिया, कभी मौसमों ने रुला दिया।
-बल्ली सिंह चीमा
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