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Thursday, May 30, 2024
खुद को
खुद को सूरज का तरफ़दार बनाने के लिए
लोग निकले हैं चरागों को बुझाने के लिए।
-अकील नोमानी
Thursday, January 04, 2024
ख़ुद हवा आयी है
ख़ुद हवा आयी है चलकर तो चलो बुझ जायें
इक तमन्ना ही निकल जायेगी बेचारी की
-अक़ील नोमानी
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