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Wednesday, July 31, 2024

साया है कम

साया है कम खजूर के ऊँचे दरख़्त का 
उम्मीद बाँधिए न बड़े आदमी के साथ 

            -कैफ़ भोपाली

Tuesday, December 12, 2023

गुल से लिपटी हुई

गुल से लिपटी हुई तितली को गिरा कर देखो,
आँधियों तुम ने, दरख़्तों को गिराया होगा।

                -कैफ़ भोपाली