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Tuesday, July 30, 2024

वो झूट बोल रह था

वो झूट बोल रहा था बड़े सलीक़े से

मैं ए'तिबार न करता तो और क्या करता

         -वसीम बरेलवी

Sunday, July 28, 2024

वही फिर मुझे

वही फिर मुझे याद आने लगे हैं
जिन्हें भूलने में ज़माने लगे हैं

     -ख़ुमार बाराबंकवी     

Thursday, June 27, 2024

वो अच्छा पति

वो अच्छा पति, भला इंसां, बड़ा शायर, मुझे लगता 
सियासत के झमेलों में पड़ा होने से पहले था

          -वीरेन्द्र कुमार शेखर

Thursday, February 15, 2024

वो गाँव का इक

वो गाँव का इक ज़ईफ़ दहक़ाँ सड़क के बनने पे क्यूँ ख़फ़ा था
जब उन के बच्चे जो शहर जाकर कभी न लौटे तो लोग समझे

                -अहमद सलमान

वही हालात

वही हालात हैं फ़क़ीरों के
दिन फिरे हैं फ़क़त वज़ीरों के

            -हबीब जालिब

Wednesday, January 24, 2024

वह वक़्त का

वह वक़्त का जहाज़ था करता लिहाज़ क्या
मैं दोस्तों से हाथ मिलाने में रह गया

    -हफीज मेरठी

Saturday, January 20, 2024

वो कौन हैं

वो कौन हैं जिन्हें तौबा की मिल गई फ़ुर्सत 
हमें गुनाह भी करने को ज़िंदगी कम है 

-आनंद नारायण मुल्ला

Thursday, January 18, 2024

वक़्त आने दे दिखा

वक़्त आने दे दिखा देंगे तुझे ऐ आसमाँ,
हम अभी से क्यूँ बताएँ क्या हमारे दिल में है।

            -बिस्मिल अज़ीमाबादी

Thursday, January 11, 2024

वो हुकूमत को

वो हुकूमत को नज़र आते हैं, दुश्मन की तरह
जो भी 'सिस्टम' में दरारों का पता देते हैं

                    -लक्ष्मीशंकर वाजपेयी

Wednesday, January 10, 2024

वक़्त के साथ

वक़्त के साथ बदल जाता मैं लेकिन हर पल 
मेरा माज़ी मुझे आईना दिखाता ही रहा

-हैरत फ़र्रुख़ाबादी

Sunday, January 07, 2024

वो कल नाराज़ था

वो कल नाराज़ था जिससे उसी के घर चला आया
बस उसकी ज़िद है सच्चाई की, वो रूठा नहीं है

             -किशन तिवारी 

Sunday, December 31, 2023

वो चीख़ उभरी

वो चीख़ उभरी बड़ी देर गूँजी डूब गई 
हर एक सुनता था लेकिन कोई हिला भी नहीं 

-जावेद अख़्तर

वो केवल हुक्म देता है

वो केवल हुक्म देता है, सिपहसालार जो ठहरा 
मैं उसकी जंग लड़ता हूँ, मैं बस हथियार जो ठहरा

      -सुरेन्द्र सिंघल

Friday, December 29, 2023

वक़्त मुश्किल हो

वक़्त मुश्किल हो तो ये सोच के चुप रहता हूँ, 
कुछ ही लम्हों में ये लम्हे भी पुराने होंगे। 

   -पवन कुमार

Wednesday, December 27, 2023

वादे पे तुम न आए

वादे पे तुम न आए तो कुछ हम न मर गए,
कहने को बात रह गई और दिन गुज़र गए।

            -जलील मानिकपुरी

वो कहता था कि

वो कहता था कि ख़ुद को ख़ाक कहना छोड़ दो अब तुम,
किसी दिन देख लेना तुम शरारा बन ही जाओगी।

-शाहिदा लतीफ़

Tuesday, December 26, 2023

वो आए घर में हमारे

वो आए घर में हमारे ख़ुदा की क़ुदरत है,
कभी हम उन को कभी अपने घर को देखते हैं।

                -मिर्ज़ा ग़ालिब

वो तो ख़ुश-बू है

वो तो ख़ुश-बू है हवाओं में बिखर जाएगा,
मसअला फूल का है फूल किधर जाएगा।

            -परवीन शाकिर

वो आए बज़्म में

वो आए बज़्म में इतना तो 'फ़िक्र' ने देखा
फिर इस के बा'द चराग़ों में रौशनी न रही

               -अल्ताफुर्रहमान फ़िक्र यज़दानी

Sunday, December 24, 2023

वो दूरी नाप ही लेंगे

वो दूरी नाप ही लेंगे कभी तो आसमानों की,
परिन्दों का यकीं कायम तो रहने दो उड़ानों में।

-संजीव गौतम