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Tuesday, January 16, 2024

ढूँढ़ रहे हो

ढूँढ़ रहे हो गाँव-गाँव में जाकर किस सच्चाई को
सच तो सिर्फ वही होता है, जो दिल्ली दरबार कहे

                        -बालस्वरूप राही 

सीधे-सच्चे लोगों के

सीधे-सच्चे लोगों के दम पर ही दुनिया चलती है
हम कैसे इस बात को मानें, कहने को संसार कहे

                        -बालस्वरूप राही

Monday, January 15, 2024

दोस्तों ने जिसे

दोस्तों ने जिसे डुबाया हो
वो ज़रा देर से सँभलता है

    -बालस्वरूप राही