Showing posts with label -अमीर खुसरो. Show all posts
Showing posts with label -अमीर खुसरो. Show all posts

Tuesday, December 26, 2023

ज़े-हाल-ए-मिस्कीं

ज़े-हाल-ए-मिस्कीं मकुन तग़ाफ़ुल दुराय नैनाँ बनाए बतियाँ,
कि ताब-ए-हिज्राँ नदारम ऐ जाँ न लेहू काहे लगाए छतियाँ।

-अमीर खुसरो