Showing posts with label -शाहिदा हसन. Show all posts
Showing posts with label -शाहिदा हसन. Show all posts

Wednesday, December 27, 2023

खींच रखती है

खींच रखती है मिरे पाँव को दहलीज़ तलक,
कोई ज़ंजीर है इस घर की निगहबानी में।

-शाहिदा हसन