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Monday, December 25, 2023
आलम आलम
आलम आलम इश्क़-ओ-जुनूँ है, दुनिया दुनिया तोहमत है,
दरिया दरिया रोता हूँ मैं सहरा सहरा वहशत है।
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मीर तक़ी मीर
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