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Tuesday, December 26, 2023
कितना है बद-नसीब
कितना है बद-नसीब 'ज़फ़र' दफ़्न के लिए,
दो गज़ ज़मीन भी न मिली कू-ए-यार में।
-बहादुर शाह ज़फर
Sunday, December 10, 2023
उम्र-ए-दराज़
उम्र-ए-दराज़ माँग के लाये थे चार दिन,
दो आरजू में कट गये, दो इन्तेज़ार में।
-बहादुर शाह ज़फ़र
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