ग़ज़लों के चुनिंदा शेर
कविता की पाठशाला
नवगीत की पाठशाला
नवगीत संग्रह और समीक्षा
लोक संस्कृति
हिंदी की सौ सर्वश्रेष्ठ प्रेम कविताएँ
link
व्योम के पार
कविता की पाठशाला
Showing posts with label
-रामदरश मिश्र
.
Show all posts
Showing posts with label
-रामदरश मिश्र
.
Show all posts
Tuesday, January 16, 2024
जहाँ आप
जहाँ आप पहुँचे छलाँगें लगाकर
वहाँ मैं भी पहुँचा मगर धीरे-धीरे
-रामदरश मिश्र
सत्य है दुबका
सत्य है दुबका कहीं पर आदिबासी गाँव-सा
झूठ हँसता खिलखिलाता राजधानी की तरह
-रामदरश मिश्र
Saturday, January 06, 2024
रात कितनी भी
रात कितनी भी घनी हो सुबह आयेगी ज़रूर
लौट आया आपका विश्वास तो अच्छा लगा
-रामदरश मिश्र
Thursday, January 04, 2024
कौन सी धूप
कौन सी धूप इस मायानगर में दोस्तो
हम तो छोटे हो गए परछाईयाँ बढ़ती गईं
-रामदरश मिश्र
Older Posts
Home
Subscribe to:
Posts (Atom)