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-साहिर लुधियानवी
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Friday, March 08, 2024
माना कि इस
माना कि इस ज़मीं को न गुलज़ार कर सके
कुछ ख़ार कम तो कर गए गुज़रे जिधर से हम
-साहिर लुधियानवी
Wednesday, January 10, 2024
जंग तो ख़ुद ही
जंग तो ख़ुद ही एक मसअला है
जंग क्या मसअलों का हल देगी
-साहिर लुधियानवी
Sunday, December 31, 2023
ले दे के अपने पास
ले दे के अपने पास फ़क़त इक नज़र तो है
क्यूँ देखें ज़िंदगी को किसी की नज़र से हम
-साहिर लुधियानवी
Tuesday, December 26, 2023
मैं ज़िंदगी का साथ
मैं ज़िंदगी का साथ निभाता चला गया,
हर फ़िक्र को धुएँ में उड़ाता चला गया।
-साहिर लुधियानवी
हज़ार बर्क़ गिरें
हज़ार बर्क़ गिरें लाख आँधियाँ उट्ठें,
वो फूल खिल के रहेंगे जो खिलने वाले हैं।
-साहिर लुधियानवी
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