ग़ज़लों के चुनिंदा शेर
कविता की पाठशाला
नवगीत की पाठशाला
नवगीत संग्रह और समीक्षा
लोक संस्कृति
हिंदी की सौ सर्वश्रेष्ठ प्रेम कविताएँ
link
व्योम के पार
कविता की पाठशाला
Showing posts with label
-क़तील श़िफाई
.
Show all posts
Showing posts with label
-क़तील श़िफाई
.
Show all posts
Thursday, January 04, 2024
लोगो मेरे साथ चलो
लोगो मेरे साथ चलो तुम जो कुछ है वो आगे है
पीछे मुड़कर देखने वाला पत्थर का हो जाएगा
-क़तील शिफ़ाई
Tuesday, December 26, 2023
गिरते हैं समुंदर में
गिरते हैं समुंदर में बड़े शौक़ से दरिया
लेकिन किसी दरिया में समुंदर नहीं गिरता
-क़तील शिफ़ाई
Tuesday, December 12, 2023
सुन लिया कैसे
सुन लिया कैसे ख़ुदा जाने ज़माने भर ने,
वो फ़साना, जो कभी हमने सुनाया भी नहीं।
-क़तील श़िफाई
Older Posts
Home
Subscribe to:
Posts (Atom)