ग़ज़लों के चुनिंदा शेर
कविता की पाठशाला
नवगीत की पाठशाला
नवगीत संग्रह और समीक्षा
लोक संस्कृति
हिंदी की सौ सर्वश्रेष्ठ प्रेम कविताएँ
link
व्योम के पार
कविता की पाठशाला
Showing posts with label
-योगेन्द्रदत्त शर्मा
.
Show all posts
Showing posts with label
-योगेन्द्रदत्त शर्मा
.
Show all posts
Thursday, January 11, 2024
हो गए जब
हो गए जब बंद सारे रास्ते मेरे लिए
खुल गया कोई नया दरवाज़ा मेरे सामने!
-योगेन्द्रदत्त शर्मा
हाँ, गुज़र ही जाएगा
हाँ, गुज़र ही जाएगा दौर ये, नहीं दौर कोई भी मुस्तकिल
यही आदमी का यक़ीन है, यही वक़्त का भी बयान है !
-योगेन्द्रदत्त शर्मा
Older Posts
Home
Subscribe to:
Posts (Atom)