ग़ज़लों के चुनिंदा शेर
कविता की पाठशाला
नवगीत की पाठशाला
नवगीत संग्रह और समीक्षा
लोक संस्कृति
हिंदी की सौ सर्वश्रेष्ठ प्रेम कविताएँ
link
व्योम के पार
कविता की पाठशाला
Showing posts with label
-हसरत मोहानी
.
Show all posts
Showing posts with label
-हसरत मोहानी
.
Show all posts
Tuesday, December 26, 2023
चुपके चुपके रात दिन
चुपके चुपके रात दिन आँसू बहाना याद है,
हम को अब तक आशिक़ी का वो ज़माना याद है।
-सैयद फ़ज़ल हसन 'हसरत मोहानी'
[1875 - 1951]
Older Posts
Home
Subscribe to:
Posts (Atom)