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Thursday, February 15, 2024
वही हालात
वही हालात हैं फ़क़ीरों के
दिन फिरे हैं फ़क़त वज़ीरों के
-हबीब जालिब
तुम से पहले
तुम से पहले वो जो इक शख़्स यहाँ तख़्त-नशीं था
उस को भी अपने ख़ुदा होने पे इतना ही यक़ीं था
-हबीब जालिब
Sunday, January 07, 2024
किसे खबर थी
किसे खबर थी हमें राहबर ही लूटेंगे
बड़े खुलूस से हम कारवां के साथ रहे।
-हबीब जालिब
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