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-जय चक्रवर्ती
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Saturday, January 20, 2024
सल्तनत ने दी
सल्तनत ने दी रियाया को मदद कुछ इस तरह,
एक टन अहसान, केवल एक रत्ती सब्सिडी
-जय चक्रवर्ती
Wednesday, January 10, 2024
कैसे कोई
कैसे कोई दुख-सुख बाँटे, कैसे कोई बात करे
मौसम तानाशाह खड़ा है अपने पंजे फैलाए
-जय चक्रवर्ती
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