Showing posts with label -साजिद हमीद. Show all posts
Showing posts with label -साजिद हमीद. Show all posts

Friday, December 08, 2023

यूँ ही गर अखबार की

यूँ ही, गर अखबार की तुम, सुर्खियाँ बनते रहे,

शहर का हर आदमी, तुमसे ख़फा हो जाएगा।


-साजिद हमीद