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Wednesday, December 27, 2023
बे-ख़ुदी में हम तो
बे-ख़ुदी में हम तो तेरा दर समझ कर झुक गए,
अब ख़ुदा मालूम काबा था कि वो बुत-ख़ाना था।
-तालिब जयपुरी
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