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Monday, January 01, 2024
हवा आने दो ताज़ा
हवा आने दो ताज़ा, खोल दो सब खिड़कियाँ घर की
हवा पे सबका हक है, यों हवा को रोकना कैसा
-कृष्ण शलभ
कहीं से बीज इमली के
कहीं से बीज इमली के, कहीं से पर उठा लाई
ये बच्ची है बहुत खुश, एक दुनिया, घर उठा लाई
-कृष्ण शलभ
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