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Friday, January 05, 2024

दाने तक पहुँची

दाने तक पहुँची तो चिड़िया जिन्दा थी
जिन्दा रहने की कोशिश ने मार दिया

             -परवीन शाकिर

Tuesday, December 26, 2023

हुस्न के समझने को

हुस्न के समझने को उम्र चाहिए जानाँ,
दो घड़ी की चाहत में लड़कियाँ नहीं खुलतीं।

        -परवीन शाकिर

वो तो ख़ुश-बू है

वो तो ख़ुश-बू है हवाओं में बिखर जाएगा,
मसअला फूल का है फूल किधर जाएगा।

            -परवीन शाकिर

Thursday, December 21, 2023

मैं सच कहूँगी

मैं सच कहूँगी मगर फिर भी हार जाऊँगी
वह झूट बोलेगा और लाजवाब कर देगा

              -परवीन शाकिर

Friday, December 08, 2023

जुगनू को दिन के

जुगनू को दिन के व़क्त परखने की जिद करें

बच्चे हमारे दौर के चालाक हो गए


    -परवीन शाकिर

लड़कियों के दुख

लड़कियों के दुख अजब होते हैं सुख उससे अजब

हँस रहीं हैं और काजल भीगता है साथ-साथ


-परवीन शाकिर