Showing posts with label -निदा फ़ाज़ली. Show all posts
Showing posts with label -निदा फ़ाज़ली. Show all posts

Friday, December 08, 2023

हर आदमी में

हर आदमी में होते हैं, दस बीस आदमी,

जिसको भी देखना हो, तो, कई बार देखना।


-निदा फ़ाज़ली

जिन च़रागों को

जिन च़रागों को हवाओं का खौफ नहीं, उन च़रागों को हवाओं से बचाया जाए,

घर से मस्जिद है बहुत दूर, चलो यूँ कर लें, किसी रोते हुए बच्चे को हँसाया जाए।


-निदा फाजली