Saturday, December 30, 2023

तुम्हारे पाँव के नीचे

तुम्हारे पाँव के नीचे कोई ज़मीन नहीं
कमाल ये है कि फिर भी तुम्हें यक़ीन नहीं

-दुष्यंत कुमार

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