Sunday, December 31, 2023

फ़ुर्सत-ए-कार

फ़ुर्सत-ए-कार फ़क़त चार घड़ी है यारो
ये न सोचो की अभी उम्र पड़ी है यारो 
-जाँ निसार अख़्तर

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