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Sunday, December 31, 2023
बढ़ने ही नहीं देता
बढ़ने ही नहीं देता आगे, क़दमों से लिपटा रहता है
दिल्ली में आया ही था क्यों, मैं साथ अपना क़स्बा लेकर
-सुरेन्द्र सिंघल
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