Thursday, January 04, 2024

गाँव की मत पाल

गाँव की मत पाल तू खुश्फ़हमियाँ
अब वहाँ के हाल भी अच्छे नहीं

          -हरेराम समीप

1 comment:

डॉ विनीता कृष्णा said...

वाह बहुत बढ़िया।