Tuesday, April 02, 2024

खिड़कियाँ खोलो

खिड़कियाँ खोलो जरा ताजी हवा आने तो दो
आदमी को आदमी की गंध भर पाने तो दो 

         -कमलेश भट्ट कमल


(आजकल, अक्तूबर 1982) 

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