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Monday, December 11, 2023
उजाला दो कदम बढ़कर
उजाला दो कदम बढ़कर अँधेरे को कुचलता,
ये पूरब है यहाँ सूरज ज़रा जल्दी निकलता है।
-कमलेश भट्ट कमल
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मीनाक्षी कुमावत मीरा
said...
वाह
9:25 AM
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वाह
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